भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) भारत का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है, जो अपनी मजबूत वित्तीय स्थिति और व्यापक बैंकिंग सेवाओं के लिए जाना जाता है। हाल ही में इसके शेयर मूल्य में 1.88% की वृद्धि देखी गई, जिससे यह 736.70 रुपये पर पहुंच गया। यह बैंक देश की वित्तीय प्रणाली की रीढ़ है और इसकी व्यापक शाखा नेटवर्क और डिजिटल सेवाएं इसे ग्राहकों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय बनाती हैं।
बाजार प्रदर्शन और वित्तीय आँकड़े
भारतीय स्टेट बैंक का मौजूदा बाजार पूंजीकरण 6,56,539.67 करोड़ रुपये है, और इसका पी/ई अनुपात 8.27 है। यह आंकड़े बैंक के मजबूत प्रदर्शन और निवेशकों के विश्वास को दर्शाते हैं।
- शेयर मूल्य: 736.70 रुपये (1.88% वृद्धि)
- उच्चतम मूल्य: 738.45 रुपये
- न्यूनतम मूल्य: 722.60 रुपये
- शेयर ट्रेडिंग वॉल्यूम: 80,84,640
- शुरुआती कीमत: 726.60 रुपये
- पिछला बंद मूल्य: 723.15 रुपये
- लाभांश प्रतिफल: 1.86%
- 52-सप्ताह की सीमा: न्यूनतम 680.00 रुपये, अधिकतम 912.00 रुपये
एसबीआई के बैलेंस शीट के अनुसार, इसका पी/बी अनुपात 1.73 है, जो इसके वित्तीय स्थायित्व को दर्शाता है। इसके साथ ही, बैंक का बीटा मान 1.4889 है, जो बाजार की अस्थिरता के प्रति इसके प्रदर्शन को इंगित करता है।
बैंक की वित्तीय स्थिति
31 दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही के दौरान, भारतीय स्टेट बैंक ने 1,67,853.57 करोड़ रुपये की ब्याज आय दर्ज की। यह पिछली तिमाही की 1,63,802.38 करोड़ रुपये की ब्याज आय से 2.47% अधिक और पिछले वर्ष की समान तिमाही की 1,53,071.64 करोड़ रुपये की ब्याज आय से 9.66% अधिक है।
इसके अलावा, इस तिमाही में बैंक का कर पश्चात शुद्ध लाभ 18,853.16 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। यह बैंक की बढ़ती लाभप्रदता और बाजार में स्थिरता को प्रदर्शित करता है।
भारतीय स्टेट बैंक का इतिहास और विकास
भारतीय स्टेट बैंक की स्थापना 1 जुलाई 1955 को हुई थी, लेकिन इसका इतिहास 19वीं शताब्दी के आरंभ से जुड़ा है।
- 1806: बैंक ऑफ कलकत्ता की स्थापना हुई।
- 1809: इसका नाम बदलकर बैंक ऑफ बंगाल कर दिया गया।
- 1921: ब्रिटिश सरकार के सहयोग से तीन प्रमुख बैंकों – बैंक ऑफ बंगाल, बैंक ऑफ बॉम्बे और बैंक ऑफ मद्रास को मिलाकर इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया का गठन किया गया।
- 1955: इंपीरियल बैंक ऑफ इंडिया का राष्ट्रीयकरण करके भारतीय स्टेट बैंक बनाया गया।
- 1969-1980: सरकार द्वारा बैंकिंग क्षेत्र के और विस्तार के लिए कई सहायक बैंकों का गठन किया गया।
बैंक की सेवाएँ और शाखा नेटवर्क
एसबीआई भारत में बैंकिंग सेवाओं के मामले में अग्रणी है और इसकी 22,405 से अधिक शाखाएँ और 65,627 एटीएम हैं। यह बैंक ग्राहकों को डिजिटल बैंकिंग, लोन, बीमा, म्यूचुअल फंड, निवेश सेवाएं, विदेशी मुद्रा विनिमय और वित्तीय परामर्श जैसी सेवाएँ प्रदान करता है।
- मुख्यालय: मुंबई, भारत
- ब्रांच नेटवर्क: 22,405+ शाखाएँ
- एटीएम और कैश डिपॉजिट मशीनें: 65,627+
- बीसी आउटलेट्स: 76,089+
भविष्य की संभावनाएँ और निवेशकों के लिए संकेत
भारतीय स्टेट बैंक का मजबूत वित्तीय प्रदर्शन और व्यापक ग्राहक आधार इसे एक सुरक्षित निवेश विकल्प बनाते हैं। इसका पी/ई अनुपात 8.27 और लाभांश प्रतिफल 1.86% दर्शाता है कि यह बैंक निवेशकों को स्थिर रिटर्न देने में सक्षम है।
इसके साथ ही, सरकार द्वारा बैंकिंग क्षेत्र में सुधार और डिजिटल बैंकिंग के बढ़ते उपयोग के कारण एसबीआई की बाजार स्थिति मजबूत बनी हुई है। भविष्य में इसके शेयर मूल्य में और वृद्धि की संभावना है, जिससे यह निवेशकों के लिए आकर्षक बना हुआ है।
निष्कर्ष
भारतीय स्टेट बैंक न केवल देश का सबसे पुराना और बड़ा बैंक है, बल्कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसके मजबूत वित्तीय आंकड़े, व्यापक बैंकिंग नेटवर्क और डिजिटल बैंकिंग सेवाएं इसे देश का सबसे विश्वसनीय बैंक बनाती हैं। निवेशकों और ग्राहकों दोनों के लिए एसबीआई एक स्थिर और सुरक्षित बैंकिंग संस्थान बना हुआ है।